प्रकाशन के रूपरेखा I. अतीत: जे चीज अहाँ देखलहुँ अछि 1:1-20 उ. प्रस्तावना 1:1-8 1. भूमिका 1:1-3 2. नमस्कार 1:4-8 ख. मसीह के दर्शन 1:9-20 1. सेटिंग 1:9-11 2. प्रकाशितवाक्य 1:12-18 3. निर्देश 1:19 4. व्याख्या 1:20 II. वर्तमान: ओ चीज जे 2:1-3:22 अछि उ. इफिसुस 2:1-7 मे कलीसिया केँ लिखल पत्र ख. स्मर्ना 2:8-11 मे कलीसिया केँ लिखल पत्र ग. पर्गमोस 2:12-17 मे कलीसिया केँ लिखल पत्र D. थ्यातिरा 2:18-29 मे मण् डली केँ लिखल पत्र ई. सरदीस 3:1-6 मे कलीसिया केँ लिखल पत्र च.चर्च के पत्र पर फिलाडेल्फिया 3:7-13 जी.लौदीकिया 3:14-22 मे कलीसिया केँ लिखल पत्र तृतीय। भविष्य : जे चीज होयत आगू 4:1-22:21 उ. परिचय: न्यायाधीश 4:1-5:14 1. परमेश् वरक सिंहासन 4:1-11 2. स्क्रॉल आ मेमना 5:1-14 ख. सात मोहर 6:1-8:1 1. पहिल मोहर: विजय 6:1-2 2. दोसर मुहर: युद्ध 6:3-4 3. तेसर मुहर : महंगाई आ अकाल 6:5-6 4. चारिम मुहर: मृत्यु 6:7-8 5. पाँचम मुहर: शहादत 6:9-11 6. छठम मुहर: प्राकृतिक आपदा 6:12-17 7. कोष्ठक : के मोचल गेल संकट 7:1-17 एको. इस्राएल के 144,000 7:1-8 ख. गैर-यहूदी सभक भीड़ 7:9-17 8. सातम मुहर : सात तुरही 8:1 ग. सात तुरही 8:2-11:19 1. परिचय 8:2-6 2. पहिल तुरही : पर वनस्पति 8:7 3. दोसर तुरही: समुद्र पर 8:8-9 4. तेसर तुरही : ताजा पर पानि 8:10-11 5. चारिम तुरही: प्रकाश पर 8:12-13 6. पाँचम तुरही: राक्षस आ पीड़ा 9:1-12 7. छठम तुरही: राक्षस आ मृत्यु 9:13-21 8. कोष्ठक : परमेश्वरक गवाह 10:1-11:13 एको. छोट सन किताब 10:1-11 ख. मंदिर के नाप 11:1-2 ग. दुनू गवाह 11:3-13 9. सातम तुरही : के अंत उम्र 11:14-19 के D. संकट के गति 12:1-14:20 1. शैतान 12:1-13:18 के कार्यक्रम एको. स्त्री, बेटा, आ... अजगर 12:1-6 ख. स्वर्ग मे युद्ध 12:7-12 ग. पृथ्वी पर उत्पीड़न 12:13-17 घ. समुद्र से जानवर: द मसीह विरोधी १३:१-१० ई। धरतीसँ निकलल जानवर : द झूठा भविष्यवक्ता 13:11-18 2. परमेश् वरक कार्यक्रम 14:1-20 एको. मेमना आ 144,000 14:1-5 ख. तीनू स्वर्गदूत 14:6-13 ग. पृथ्वी के फसल 14:14-20 ई. सात बाउल 15:1-18:24 1. प्रस्तावना 15:1-16:1 2. पहिल बाउल : घाव 16:2 3. दोसर बाउल : समुद्र पर 16:3 4. तेसर बाउल : मीठ पानि पर 16:4-7 5. चारिम बाउल : तपैत 16:8-9 6. पाँचम बाउल : अन्हार 16:10-11 7. छठम बाउल : के युद्ध आरमागेडोन 16:12-16 8. सातम बाउल : के पतन बेबिलोन 16:17-21 9. महान बेबिलोन के न्याय 17:1-18:24 एको. महान वेश्या 17:1-18 ख. महान शहर 18:1-24 च. मसीहक वापसी 19:1-21 जी.मसीह के सहस्राब्दी राज्य 20:1-15 ज. अनन्त अवस्था 21:1-22:5 1. नव आकाश आ नव पृथ्वी 21:1 2. नव यरूशलेम के उतरब 21:2-8 3. नव के वर्णन यरूशलेम २१:९-२२:५ I. निष्कर्ष 22:6-21