प्रथम थिस्सलुनीकियों की रूपरेखा I. अभिवादन 1:1 II. धन्यवादक प्रार्थना 1:2-4 तृतीय। थिस्सलुनीकी 1:5-2:16 मे पौलुसक सेवा उ. सुसमाचार के स्वागत 1:5-10 ख. पौलुसक सेवाक चरित्र 2:1-16 IV. थिस्सलुनीकियों 2:17-3:13 के साथ पौलुस के संबंध उ. पौलुसक घुरबाक इच्छा 2:17-18 ख. थिस्सलुनीकियों 2:19-20 मे पौलुसक आनन्द ग. तीमुथियुस के मिशन 3:1-5 डी. तीमुथियुस के रिपोर्ट 3:6-7 ई. पौलुस के संतुष्टि 3:8-12 च. पौलुसक प्रार्थना 3:11-13 V. मसीही जीवन जीबाक लेल पौलुसक उपदेश 4:1-12 उ. सामान्य उपदेश 4:1-2 ख. यौन शुद्धता 4:3-8 ग. भाई-बहिनक प्रेम 4:9-10 D. अपन रोजी-रोटी कमायब 4:11-12 VI. दोसर आबै के बारे में पौलुस के निर्देश 4:13-5:11 उ. लोक 4:13-18 ख. समय 5:1-3 ग. चुनौती 5:4-11 VII. पौलुस के अंतिम आरोप 5:12-22 आठम। निष्कर्ष 5:23-28