प्रथम पत्रुस के रूपरेखा I. परिचय 1:1-2 II. मसीही के भाग्य: उद्धार 1:3-2:10 उ. मोक्षक योजना--पहिल सिद्धांतगत धारा 1:3-12 ख. मोक्ष के उत्पाद 1:13-25 ग. उद्धार के उद्देश्य 2:1-10 तृतीय। मसीही के कर्तव्य: अधीनता 2:11-3:12 उ. अधीनताक जड़ि--एकटा ईश्वरीय जीवन 2:11-12 ख. अधीनता के क्षेत्र 2:13-3:12 IV. मसीही के अनुशासन: दुख 3:13-5:11 उ. नागरिक के रूप में दुख 3:13-4:6 ख. संत के रूप में कष्ट 4:7-19 ग. चरबाह के रूप मे कष्ट 5:1-4 D. सिपाही के रूप में कष्ट 5:5-11 V. निष्कर्ष 5:12-14