स्तोत्र 3:1 हे यहोवा, वे मेरे सतानेवाले कैसे बढ़ गए हैं! बहुत से हैं जो उठते हैं मेरे खिलाफ। 3:2 बहुत से ऐसे हैं, जो मेरे मन के विषय में कहते हैं, कि परमेश्वर की ओर से उसका कोई सहायक नहीं। सेला। 3:3 परन्तु हे यहोवा, तू मेरी ढाल है; मेरी महिमा, और उठाने वाला मेरा सिर। 3:4 मैं ने ऊंचे शब्द से यहोवा की दोहाई दी, और उस ने अपके पवित्र में से मेरी सुन ली पहाड़ी। सेला। 3:5 मैं लेटकर सो गया; मैं जाग गया; क्योंकि यहोवा ने मुझे सम्भाला। 3:6 मैं उन लाखों मनुष्यों से नहीं डरूंगा जो बैठ गए हैं वे चारों ओर मेरे विरुद्ध हैं। 3:7 उठ, हे यहोवा; हे मेरे परमेश्वर, मुझे बचा ले, क्योंकि तू ने मेरे सब शत्रुओं को मार डाला है गाल की हड्डी पर; तू ने दुष्टों के दांत तोड़ डाले हैं। 3:8 उद्धार यहोवा ही का है, तेरी आशीष तेरी प्रजा पर है। सेला।